होली रिपोर्ट कार्ड: एक्स्पर्ट्स की मिली-झुली राय के अनुसार होली पर मिठाई व नमकीन के कारोबार में हुई 12-15 % की बढ़ौत्री

इस बार बेहतर बिक्री का अनुमान लगाते हुए, उपभोक्ता निर्माताओं ने ऐलान किया की खुदरा श्रृंखला और ऑनलाइन ग्रॉसर्स सहित स्टोर, 2021 की तुलना में होली सप्ताह में 15-20% अधिक ऑर्डर वॉल्यूम की बढ़ौत्री की उम्मीद है। महामारी के दैनिक मामलों में तेज़ी से गिरावट आ रही है और यही वह वजह है जहाँ ग्राहक अपने घरों से बहार निकल कर आज़ादी से होली मनाने को तैयार हैं। बात यह सही भी हुई।   

कंस्यूमर बाज़ार में कुकिंग ऑइल, पैकेज्ड स्नैक्स, मिठाई, फ्रोज़न फूड्स, आइसक्रीम, और पेय पदार्थों की मांग में एक उभरती शिखा देखी गई, होली पर अपने व्यवसाय में बहुत बेहतर ऑर्डर मिले।  


“इस साल, होली और गर्मी आइसक्रीम और पेय पदार्थों की बिक्री के लिए एक रिकॉर्ड होगी क्योंकि अधिक सामाजिक कार्यक्रम मनाए जाएंगे,” आर. एस. सोढ़ी, प्रबंध निदेशक, अमूल, जो दुग्ध उत्पादों के बाज़ार में अग्रणी है। सोढ़ी ने कहा, “इस महीने 2020 की तुलना में कारोबार पहले से ही दोहरे अंक में हैं।”

बीकानेरवाला फूड्स के बिकानो के निदेशक मनीष अग्रवाल ने कहा कि होली पैकेज्ड स्नैक्स और मिठाई श्रेणी के लिए एक शानदार अवसर है, इस त्यौहार के दौरान पारंपरिक नमकीन और मिठाई की बिक्री का लगभग पांचवां हिस्सा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, “हम बेहतर लॉजिस्टिक्स, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और विपणन रणनीतियों के संबंध में इसे बहुत अच्छी तरह से रणनीतिक कर रहे हैं।”

फरवरी के पहले पखवाड़े में पहले से ही खाद्य तेल, दाल और आटे जैसी पैक्ड वस्तुओं की बिक्री लगभग 28% चढ़ गई। इसी तरह, उपभोक्ता गतिशीलता और घर से बाहर खपत में सुधार के कारण पैकेज्ड खाद्य पदार्थों की बिक्री में 18% की वृद्धि हुई। Google के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, फरवरी में पूर्व-कोविड अवधि से लोगों की गतिशीलता में वृद्धि हुई है। यही गतिशीलता के कारण मिठाई और नमकीन निर्माताओं ने अपने-अपने प्रोडक्ट्स का अनुमान लगते हुए होली की तैयारियां शुरू की जिसके तहत उन्हें अच्छा फीडबैक मिल सका ।  

व्यवसायिक रूप से बोलते हुए, उद्योग के अधिकारियों ने बताया कि अडानी विल्मर, पारले प्रोडक्ट्स और ITC जैसी कंपनियों ने होली की मांग में वृद्धि को पूरा करने के लिए स्टोर स्तर की सूची पहले ही बढ़ा दी थी और किराने की श्रृंखला और ई-ग्रॉसर्स ने पहले से मांग को बढ़ावा देने के लिए होली के आस-पास प्रचार कार्यक्रमों और बिक्री की योजना बना ली थी ।

शुक्रवार की थी होली, और होली की ख़रीदारी के लिए बुधवार से ही बाज़ारों में ग्राहकों की उमड़ी भीड़!! आलम यह रहा कि पहले दिन ही लाखों का हुआ कारोबार, और व्यापारियों के चेहरे खिल उठे।

इस बार की होली व्यापारियों के लिए उम्मीद के मुताबिक़ रही। कोरोना के चलते बीते दो सालों में होली का बाज़ार बेहद ठंडा रहा । मगर, कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के शून्य के स्तर पर पहुंचने के बाद होली के बाज़ारों पर नई रंगत देखने को मिली।

सबसे पसंदीदा रही मेवे वाली गुजिया

इस बार गुजिया की बंपर मांग बनी रही। दो दिन के भीतर मिठाई व्यापारियों को ख़ूब ऑर्डर मिले । बाज़ार में परंपरागत गुजिया के साथ ही मेवा, पिस्ता, चंद्रकला के अलावा बेक्ड गुजिया की डिमांड बहुत थी । रोहित स्वीट्स के संचालक राहुल जैन ने बताया कि दो सालों में कोरोना के कारण बाज़ार में मायूसी छायी हुई थी लेकिन इस बार लोगों में त्यौहार को लेकर बहुत अधिक उत्साह दिखाया । मिठाई के साथ-साथ लोगों ने गुजिया, चिप्स, पापड़ ख़ूब ख़रीदें।


बीते दो वर्षों में कोरोना संक्रमण के डर की वजह से लोग होली खेलने से भी बचते रहे। बाज़ार में हो रही बिक्री से अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार होली जमकर खेली जाएगी। 

मिठाई का कारोबार भी चमका


उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में पांच करोड़ मिठाई कारोबार होने का अनुमान है। रामनगर के मिठाई कारोबारी सुधीर सैनी व भगत सिंह चौक के कारोबारी अनुराग सिंघल का कहना है कि गुजियों की मांग ज्यादा है। इसके अलावा रसगुल्लों, बर्फी भी बिक रही है। नमकीन में सुहाली, मिक्स नमकीन, नमक वाले पारे, आलू चिप्स और भुजिया की मांग ज़्यादा है।

दो साल बाद लौटी होली की रंगत, डेढ़ गुना हुई इस त्यौहार से जुड़े सामान की बिक्री

मावे की बिक्री में भी उछाल

गुजिया में इस्तेमाल होने वाले मावे की बिक्री में भी अच्छा- ख़ासा उछाल देखने को मिल रही है। .प्र. दुग्ध विक्रेता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष, भरत मथुरावाला कहते हैं, ‘पिछले दो सालों में होली के दौरान लॉकडाउन लगने से मिठाइयों की बिक्री में कमी आई थी, लेकिन इस साल मार्केट खुला है। मावे की खपत लगभग दोगुनी होने की उम्मीद है।’

हालांकि, महंगाई ने मावा और मिठाई जैसे सेगमेंट में भी दस्तक दे दी है। भीखाराम चांदमल भुजियावाला के निदेशक, आशीष अग्रवाल ने कहा कि इस साल खाद्य तेल और अन्य रॉ मटेरियल के दाम बढ़ने से लागत बढ़ी है। इसके चलते होली के मौक़े पर मिठाई और नमकीन की क़ीमतों में भी 10-16% बढ़ौत्री देखी गयी है ।

इस होली के अवसर पर मिठाई व नमकीन टाइम्स ने अपने पाठकों को जागृत करने के लिए एक नए अंदाज़ में सारे मिठाईवालों से उनके कमैंट्स जमा किये और उनके अनुभवों से रूबरू कराने का प्रयास किया है और यह चित्रित करता की सब अपने घर के दायरे से निकल कर काम करना चाहते हैं और देश को फिर से पटरी पर वापस लाना हैं ।

आईये आप को होली का त्यौहार और मिठाईयों की ख़ुश्बू से परिचित करते हैं:

होली रेस्पोंस कैसा रहा?

श्री सुंदरलाल फुलवानी & भारत फुलवानी, न्यू सुन्दर डेरी & स्वीट्स, उज्जैन

इस वर्ष की होली हमारे लिए बहुत अवसरवादी साबित हुई है। 2020 की तुलना में इस महीने व्यापार पहले से ही दोहरे अंकों में रहा ह। हम अपनी सेल्स से अभिभूत, सतुंष्ट हैं जो इस त्यौहार के समय में तेज़ी से बढ़ रही है। इस बार की होली का सीज़न एक अच्छा अनुभव रहा।  

होली के सप्ताह में हमें 20-25% अधिक ऑर्डर वॉल्यूम मिल रहे हैं जो काफी सहरानीय हैं। दैनिक कोविड के मामलों में कमी के साथ प्रतिक्रिया को देखने के मिली है और राज्यों ने गतिशीलता और व्यवसायिक घंटों पर प्रतिबंधों में ढ़ील दी है। जैसे-जैसे हालात दिन-ब-दिन बेहतर होते जा रहे हैं, प्रतिक्रिया भी ज़बरदस्त बढ़ रही है।  

आने वाले समय में हम दूसरे शहरों में आउटलेट खोलकर अपने कारोबार में विविधता, विशेषज्ञता और विस्तार की उम्मीद कर रहे हैं। यह हमारे व्यवसाय को सुचारू रूप से और सफलतापूर्वक चलाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। हम बेहतर रसद, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और विपणन रणनीतियों के संबंध में इसे बहुत अच्छी तरह से प्लान कर रहे हैं।

ताराराम चौधरी, रसरंग मिठाई, पुणे

सही मानो में महामारी के बाद मिठाई और नमकीन के बाजार में काफी तेज़ी देखी गई है। हालांकि बिक्री में मामूली वृद्धि हुई, फिर भी हमें कई अच्छे अनुभव भी प्राप्त हुए। पिछले वर्ष की तुलना में हम खुदरा बिक्री में 25-30% की वृद्धि देख सकते हैं। COVID के बाद, मिठाई व नमकीन उद्योग ने बाज़ार की कीमतों में उच्च वृद्धि देखी, इसलिए कुल मिलाकर एक मानक प्रतिक्रिया थी। विकास और विस्तार की ओर देखते हुए हम कुछ और शाखाएं शुरू करने, वितरकों से जुड़ने और अपने विशेष उत्पादों के लिए निर्यात के अवसरों की प्रतीक्षा करने की योजना बना रहे हैं। उम्मीद है यह साल व्यापार करने के लिए एकदम सक्षम और अनुकूल रहेगा।  

मुकेश बिंदल, स्वीट्स कॉर्नर

महामारी के लगभग ख़त्म होने पर, इस होली के त्यौहार का अनुभव बड़ा अच्छा रहा । लोगो में त्यौहार को लेकर बड़ा उत्साह रहा। गुजिया जो होली की शान है, जिस के बग़ैर होली अधूरी है, ग्राहकों की बेताबी देखते ही बनती थी। सेल्स की बढ़ौत्री की बात करें तो 8 से 10 प्रतिशत का बिक्री में इज़ाफ़ा हुआ है और दिनों दिन आगे बढ़ते जाएंगे, व्यापार में काफी सुधार आता दिखाई देगा। अपने-अपने व्यवसाय का विस्तार करना हर व्यवसायी का प्रमुख एजेंडा होता है। हमारा परम अभियान ग्राहकों को खुश करना है और उनका भरोसा जीतना है ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक हमारे प्रोडक्ट्स उपलब्ध हों । ग्राहकों की मिठाई के प्रति लगाव से प्रेरित होकर एक आउटलेट और अपने ही शहर मुज़फ़्फ़रनगर में बहुत जल्द खोलने जा रहे हैं ।

दिलीप अग्रवाल, अग्रवाल स्वीट्स फ्लेवर फ़्रेश, खंडवा

काफ़ी इंतज़ार के बाद आख़िरकार हमने पूरे जोश के साथ होली मनाई । होली के त्यौहार के मौसम के लिए बाज़ार की तेज़ी काफ़ी सकारात्मक रही और बाज़ार में मिठाई, नमकीन और रेडी-टू-ईट फ़ूड प्रोडक्ट्स के प्रति एक बड़ा आकर्षण मौजूद रहा। अनुमान किया जाता है की उपरोक्त बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए और समय शीर्ष के रूप में, बिक्री में भारी वृद्धि होगी। इस साल का बिक्री पिछले साल से लगभग 5% की वृद्धि हुई है, उपभोक्ता प्रतिक्रिया अच्छी है और उद्योग में नवाचार को आकर्षित कर रही है। आने वाले वर्षों में हम बिक्री वृद्धि के उज्जवल भविष्य की ओर देख रहे हैं और हमारा उद्योग निर्यात के साथ-साथ घरेलू बाज़ार में भी अधिक योगदान देगा।

सुनील आहूजा, कैलाश स्वीट्स

कोविड के बाद, इस होली, बिज़नेस की दृष्टि से सीज़न ने सामान्य से काफी अच्छा रहा, ग्राहकों ने भी काफी अच्छा रेस्पोंसे दिया और ज़ोर शोर से होली का जश्न मनाया।  

इस बार की होली में व्यवसाय में वृद्धि मिली है, लगभग 30% जितना ग्रोथ रहा है पिछले साल के मुक़ाबले।  

प्रीमियम स्वीट्स की श्रृंखला में हमारी काफी पकड़ रही है, इसीलिए हम उसी केटेगरी में और नयी वैराइटी एवं गॉर्मेट स्वीट्स की ज़्यादा वैराइटी में आगे बढ़ने की प्लानिंग कर रहे हैं आनेवाले समय को देख कर।

रमेश धनजी पड़धरिया, संस्थापक, महालक्ष्मी मिठाई घर

महामारी के बाद, हमने ख़रीदारी करने के लिए लोगों की संख्या में कमी देखी है, लेकिन साथ ही साथ बिक्री में ऑनलाइन लाभ भी प्राप्त किया है। हमारे पिछले होली सत्र की तुलना में, वर्तमान होली के समय में कुल मिलाकर निचले हिस्से में ~ 30 प्रतिशत सेल्स हुआ है।

जैसा कि मैं ने कहा, मेरे पहले पॉइंट में, कुल मिलाकर, हमने इस होली के सीज़न में 30% कम बिक्री देखी है

प्री-कोविड की तुलना में। हालाँकि, हमने ऑफलाइन से ऑनलाइन बिक्री में बदलाव देखा है और काफ़ी अच्छा रेस्पोंस रहा ।

चूंकि व्यवसाय ऑफ़लाइन और ऑनलाइन के बीच विभाजित है, हम ऑनलाइन पर अधिक संभावनाएं देखते हैं बिक्री की जो आने वाले दिनों में मौजूदा कारोबारी स्थिति में हमारी सबसे अच्छी बोली हो सकती है।

इस बदलाव के कारण, हम अपने उत्पादों को बढ़ाने और ऑनलाइन बिक्री बढ़ाने का अवसर देख सकते हैं पारंपरिक ऑफ़लाइन से तुलना में ।

कुनाल बजाज, निदेशक, पंजाबी घसीटाराम हलवाई प्राइवेट लिमिटेड

उनके अनुसार, इस होली हमने लास्ट मिनट की मांग का अनुभव किया है। प्रतिक्रिया अच्छी थी और लोगों ने होली का त्यौहार मनाया और पारंपरिक भारतीय मिठाइयों का आनंद लिया। हम आशावादी हैं कि भविष्य में मांग और मज़बूत होगी और हमें विश्वास है कि भारतीय पारंपरिक उत्सव बड़े उत्साह और उत्साह के साथ मनाया जाएगा।

हम इस होली को लेकर भी संशय में थे की सेल्स होगी या नहीं, होली का त्यौहार कैसे जाएगा, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से हमने अंतिम समय में मांग का अनुभव किया। अपने ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया के साथ हमने अच्छा कारोबार भी किया और इससे हमें बहुत ख़ुशी है।

ग्राहकों ने पिछले साल के इस अंतराल को खुशियों से भर दिया। समय के साथ चलते लोगों ने त्यौहार को मनाया और पारंपरिक भारतीय मिठाइयों का आनंद लिया। इस में कोई शक नहीं की होली का रंग अब की बार ख़ूब जमा।  

हम आशावादी हैं कि भविष्य में मिठाई और नमकीन की डिमांड मज़बूत होगी और हमें विश्वास है कि भारत के सारे पारंपरिक त्यौहार बड़े आनंद और उत्साह के साथ मनाए जाएंगे। लोग एक बार फिर जीवन के उज्जवल रूप को देख पाएंगे और समय सुखमय हो ऐसी आशा करते हैं।  

अनिल सैनी, भँवरीलाल मिठाईवाला में ऑपरेशन्स हेड हैं, और MHOW के रहना वाले हैं। अनिल जी ने ख़ुशी ख़ुशी हमे बताया की इस साल की होली बहोत बढ़िया रही। लोगों में बहुत उत्साह था होली पर लेन-देन का, एक दूसरे को भेंट देने का जज़्बा भी बढ़ गया है। सोशल मीडिया की वजह से पैकेजिंग में इनोवेशन को देख कर बहुत अच्छा महसूस हुआ। और एक ख़ास बात बतादूँ की देसी घी की मिठाइयों में बहुत ग्राफ़ बढ़ा है, जो लोग घी की महक से नाक मुँह चढ़ाते थे अब देसी घी को पहला प्रेफरन्स देते हैं और मिठाईयाँ चाव से खाने लगे हैं।  

चंडीगढ़, सिंधी स्वीट्स से अभिषेक बजाज, ने हमें बताया, “इस वर्ष की होली का इंतज़ार बेसब्री से था और सब स्वागत की तैयारी में लगे हुए थे। हमने यह देखा की सारे उत्पाद दिन ख़त्म होते बिक गए। इस बात से ज़ाहिर होता है की कंस्यूमर बाज़ार सकारात्मक मानसिकता को दर्शाता है, और यह भी देखा गया है की बाज़ार की भावना बहुत अच्छी थी। कंस्यूमर बाज़ार सकारात्मक मानसिकता को दर्शाता है, और यह भी देखा गया है की बाज़ार की भावना बहुत अच्छी थी।

नौशाद शैख़, पान स्टोरी, के लिए भी इस होली पर काफी अच्छा रेस्पोंस मिला। होली बहुत अच्छी थी इस बार और कई ग्राहकों ने ठंडाई वाला पान के लिए कहा लेकिन दुर्भाग्य से हम इस बार यह अवसर से चूक गए। हम सुनिश्चित करते हैं कि भविष्य में एक प्रीमिक्स पान ठंडाई यह स्वाद विकसित होगा और उम्मीद है कि अगली होली में हम इसका लाभ ज़रूर उठाएंगे ।

उपासना नमकीन से अनिल जैन हैं और उनका विस्तारूपित उत्तर यह रहा की, इस वर्ष होली के त्यौहार पर पिछले दिनों की अपेक्षा व्यापार ने अच्छी ग्रोथ की। क्योंकि पिछले महीनों में सर्दी की वजह से ग्राहकों का रुझान रेवड़ी, मूंगफली, गजक गुड़ के आइटम पर ज़्यादा रहता है और होली का त्यौहार नमकीन की इंडस्ट्री के लिए सीज़न का द्वार खुलने जैसा काम करता है।

 तो काफी अच्छा रहा लेकिन पिछले 2 वर्षों से कोरोना कॉल की वजह से काम धंधे में कुछ रुकावट सी है तो देखा जाए तो अब क्योंकि कोरोना का प्रभाव नहीं है तो काम में काफी अच्छा रिस्पॉन्स रहा।

खाद्य तेलों में तेज़ी की वजह से नमकीन के रेट काफी बढ़ गए है तो मार्केट में रेट्स को लेकर कुछ हलचल सी भी रही। कुछ लोकल मैन्युफैक्चरर सस्ती रेंज की वैरायटी मार्केट में दे रहे हैं लेकिन ग्राहक के रुझान को देखते हुए लगता है कि सस्ता माल ज़्यादा दिनों तक टिक नहीं पाएगा और ग्राहक आख़िरकार अच्छे माल के ऊपर ही अपना हाथ रखेगा।

आने वाले समय में अच्छी हाइजीन क्वालिटी एवं मशीनों के नवीनीकरण पर भी हमारा ध्यान रहेगा ताकि ग्राहकों को और बेहतर क्वालिटी सर्व की जा सके।

यह दिन एक सपने की तरह था। मिठाई ख़रीद ने के लिए उतनी ही भीड़ उमड़ी जितनी COVID से पहले हुआ करती थी। अब दो साल पूरे हो गए हैं और कोविड ने हमारी दुनिया में प्रवेश कर, दुनिया को देखने और इसके साथ जीने की अवधारणा को ही बदल दिया। ….यह सबसे कठिन पाठ था और हमेशा याद रहेगा । लोगों को देख कर प्रेरित हो रहा हूँ की लोगों ने कैसे-कैसे  नुकसान उठाये, चाहे वह भावनात्मक रूप से या आर्थिक रूप से हो। हर व्यवसाय दूसरे पर निर्भर है। यह सब एक चक्र है जो चारों ओर घूमता है। लोगों ने अब अपने वांछित उत्पादों पर वापस ख़र्च करना शुरू कर दिया है। और इससे हमारे व्यापार को भी मदद मिली। एक अच्छे वर्ष की आशा और व्यापार और आनंदमय जीवन में बहुत सारी समृद्धि मिले ऐसी कामना करता हूँ, तेज सिंह, श्री लक्ष्मी स्वीट्स अजमेर से।  

मेरठ से प्रत्यक्ष गोयल, राम चंद्र सहाय बिशन स्वरूप, ने अपना कहा रखा की इस साल की होली को लेकर सभी लोगों में एक अलग उत्सव रहा, दो साल की लॉकडाउन और कोविड सम्बंधित यह होली लोगों ने पूरी ख़ुशी और उत्साह के साथ मनाई। इस बार गुजिया के साथ-साथ होली पार्टी के लिए लोगों ने कई प्रकार के स्नैक्स की भी इच्छा रखी।। कुल मिलाकर घी की गुजिया का व्यापार काफ़ी अच्छा रहा।

कोलकाता मिठाई से नीलांजन घोष ने ग़ौर किया की होली अच्छी थी और बिज़नेस ने भी अच्छा रेस्पोंस दिया और सब के चेहरे पर मुस्कुराहट थी। लेकिन यहां एक बात ध्यान देने के योग्य है कि होली के अगले ही दिन सेल्स में तेज़ गिरावट पायी गयी । यह हर साल की बात है परन्तु इतनी तेज़ी की गिरावट नहीं देखी कभी ।   

अंकित पुरोहित, पुरोहित स्वीट्स एंड नमकीन, हरदा (MP) ने प्रशंसा करते हुए कहा की आप को और पूरी FSNM की टीम को होली की हार्दिक शुभकामनायें । करोना के बाद पहली बार होली का व्यापार बहुत ही अच्छा रहा, गुजिया, मिठाई और नमकीन की बिकरी बहुत शानदार रही। एक बार फिर आप को और आप की टीम को बधाई जिन की रात-दिन की मेहनत रंग लायी और सफलता मिली है और मिठाई व नमकीन इंडस्ट्री को बढ़ौत्री मिली है…

जगदीश गांधी, कोटा, गांधी फूड्स, ने बताया की इस बार की होली का माहौल दो महीने पहले से ही बन गया, ग्राहकी अच्छी रही। इस होली कुछ ख़ास रही, जहाँ एक महीने पहले शादियों के मुहूर्त बंद हो जाया करते हैं, वहाँ शादियां दो दिन पहले तक होती रहीं । इस का मतलब यह है की लोगों में इतना उत्साह था की दो साल एक गंभीर महामारी से आज़ादी मिली है और जश्न तो बनता ही बनता है।

अंशुमन चौधरी, यूपी रेस्तरां, से कहते हैं की इस साल होली बहुत अच्छी रही। एक लम्बे समय बाद त्यौहार का आनंद आया।

मिहिर सुखाड़िया दास गुजरात से अपनी बात रखते हुए कहा की सोशल मीडिया के सत्रीय उत्पादों को अपलोड करने के कारण बहुत सुधार हुआ है। और रेस्पोंस भी बढ़िया रहा अब के होली पर।  

“कुल मिलाकर हमने अच्छा कारोबार किया लेकिन बाद में कच्चे माल की कीमतों में बढ़ौत्री होने के कारण हमें ग्राहकों को समझाने में थोड़ी मुश्किल हुई”, ऐसा अनुभव रितेश फतनानी, मनुभाई गाठियावाला, भानागर से MNT के साथ शेयर किया।

COVID-19 की लहर के बाद, इस साल होली की बिक्री की प्रतिक्रिया बहुत मनमोहक थी, सभी आउटलेट पर भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। प्रतिक्रिया से बहुत खुश, बीकलानंद कार के प्रशांत कुमार, ओडिशा ने बहुत प्रसन्नता से उत्तर दिया।  

लुधियाना से माणिक शरमन जैन का अनुमान यह रहा की होली की पैकिंग का चलन गुजिया की बिक्री के मुक़ाबले ज़्यादा नहीं था। फिर भी कुल मिलाकर होली अच्छी और सौम्य रही।

होली का त्यौहार बड़ा मज़ेदार रहा। कंस्यूमर मार्केट के साथ-साथ ग्राहक से भी बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली। इस गतिविधि का वर्णन राजेंद्र पटेल, लवली वेफर्स, सूरत से MNT को बताया।

साईराम स्वीट्स से, विनय नागपॉल ने अपना विचार साझा किया कि होली 2022 सबसे अच्छी थी। कॉरपोरेट सेक्टर ने एक बार फिर ऑर्डर देना शुरू कर दिए और रिटेल सेल में ख़रीदारी की होड़ मच गई ।

2022 की होली शानदार और ज़बरदस्त थी। महेश गुबक्स, श्री हीरा ने कहा, लंबी प्रतीक्षा अवधि के बाद हमने त्यौहार का आनंद लिया और भरपूर मज़े किये। काम भी अच्छा रहा।  

पिछले साल की तुलना में इस साल होली बेहतर और फलदायी रही। कुल मिलाकर यदि आप देखें तो त्यौहार अच्छा था और व्यापार एक वास्तविकरूप से वर्धित रहा, विकास अग्रवाल, कैटरर जयपुर ने उल्लेख किया ।

मनिंदर गोपाल, चंडीगढ़, ने स्पष्ट किया की पंजाब के आउटलेट्स की तुलना में चंडीगढ़ और हरियाणा के आउटलेट्स पर होली की बिक्री सबसे अधिक रही। ओवरआल देखा जाये तो सभी आउटलेट्स पर शानदार सेल्स का प्रदर्शन था।  

शुरु वक़्त में धीमी शुरुआत हुई, लेकिन धीरे-धीरे बिक्री अच्छे स्तर पर पहुंच गई। शाम तक हमने सभी बैकलॉग को पुनर्प्राप्त कर लिया और एक फलदायक दिन का अनुभव हुआ, ऐसा नवीन खंडेलवाल, चंद्र विलास नमकीन ने कहा।

लुधियाना से तरुण कालरा ने सूरत-ए-हाल बताया की समझ में नहीं आ रहा था की क्या करें कैसे भीड़ तो हैंडल करें क्योंकि हमारे आउटलेट पर इतने ग्राहक थे की दोपहर होते-होते हमारे गुजिया का स्टॉक ख़त्म हो गया। बस, यह समझ लिजिए की काम करने में बहुत आनंद आया।

आरती स्वीट्स से गौरव नागपाल जो मलौत के रहनेवाले हैं और उन्होंने कहा की इस बार की होली शब्दों की अभिव्यक्ति से परे थी। पिछले दो वर्षों की तुलना में अब की होली यह बहुत अच्छा रेस्पोंस था।

हर्षित हुए अतिरेक मित्तल जो स्वानि एंटरप्राइज के ओनर हैं और पीतल नगरी मुरादाबाद से तालुक़ रखते हैं, उन्होंने कहा की 2 साल के बाद इस बार बिक्री दोगुनी होने के कारण होली की धूम मची थी। बहुत ज़बरदस्त होली रही और मज़ा भी ख़ूब आया।  

सुनील दत्त कथूरिया, ओम स्वीट्स गुड़गांव से अपने विचार लिख भेजे हैं की होली का त्यौहार बहुत ही बढ़िया रहा, और ग्राहकों को बहुत अच्छा लगा की 2 साल बाद ऐसी होली और ऐसी मस्ती में मौज करने का मौक़ा मिला।

सूरत, गुजरात से धरिन जोशी हनुराम ने कहा कि इस साल होली बहुत ही शानदार रही। गुजिया और रेस्तरां की बिक्री पिछले साल की तुलना में बेहतर थी। फ्यूचर में हम जल्द ही बेहतर दिन देखेंगे।

बाज़ार के वर्तमान परिदृश्य से सतुंष्ट नहीं हैं। स्नैक पिट (Snack Pit) से, मयंक वैष्णव ने कहा कि इस बार कुछ खास नहीं रहा क्योंकि खाद्य तेल, मसाले, प्लास्टिक और अन्य पैकेजिंग सामग्री जैसे कच्चे माल की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है। लाभ मार्जिन दिन-ब-दिन कम होता जा रहा है।

कोई ख़ास बदलाव नहीं हुआ, इस साल की होली पिछले साल की तरह ही थी। बिक्री में बहुत धीमी हलचल थी क्योंकि बाज़ार से रिकवरी में देर हो रही थी, रविंद्र शर्मा, NL फूड्स, जयपुर ने पुष्टि की।

वरुण मोंगा ने शेयर किया की इस बार होली पिछले साल से बेहतर रही। हम आगे फलदायी दिनों की उम्मीद कर रहे हैं।

राहुल ने बताया जो दूध मिष्ठान के ओनर हैं 2022 की होली बहुत अच्छी थी। लोगों ने एक साथ आकर होली मनाई और इससे बेहतर बिक्री में मदद मिली।

महालक्ष्मी फूड्स के शैलेश कोल्टे ने जवाब दिया कि जलगांव में होली पिछले साल की तुलना में अच्छी थी लेकिन ठाणे में यह बहुत कम थी।

इंदर मध्यन, कामधेनु मिठाई से हैं और उन का अनुभव अच्छा रहा। “होली इस बार बहुत अच्छी थी क्योंकि मैं ने अपने पिछले साल की तुलना में इस बार की होली काफ़ी फायदेमंद रही”।  

उत्साहित होकर जुगलस कोलकाता से लाहाना घोष ने MNT को सूचित किया होली शानदार थी और हमारे दो आउटलेट्स पर दोपहर 2.30 बजे तक सारे प्रोडक्ट्स बिक चुके थे।

तेजस्वी गुप्ता, शंकर स्वीट्स, मुरादाबाद से हैं और उनके मुताबिक़ बिक्री भी अच्छी रही और त्यौहार तो बहुत बढ़िया रहा।

मनीष अग्रवाल रिद्धि सिद्धि, जयपुर का जवाब था की पिछले साल के मुक़ाबले, इस बार की होली और व्यापार दो ही बहुत अच्छे रहे ।

रूशील दादू स्वीट्स एम्पोरियो ने अपनी ख़ुशी को एक्सप्रेस किया, “होली इस बार हमारी उम्मीदों से परे और बेहतरीन थी।”

होली की बधाई देते हुए कुंदन से भरत अरोड़ा ने कहा की होली की बिक्री अच्छी रही, पिछले साल की बिक्री की तुलना में सुधार देखा गया। मैं सभी को होली की मंगल बधाई देता हूँ और मंगल कामना करता हूँ ।

रौनक माल केसर, जोधपुर केसर स्वीट्स ने कहा, “इस बार की होली पिछले दो वर्षों से बेहतर थी, बिक्री के मामले में बिज़नेस उम्मीद से परे था।

मुंबई के सरोज स्वीट्स से मनीषा मराठे ने कहा कि होली सही में शानदार थी। हमने पूरे जोश के साथ होली मनाई। लगभग 2 साल के ब्रेक के बाद ऐसे बिज़नेस की उम्मीद की जा रही थी लेकिन होली के दिन जैसा नहीं सोचा था । हमें ऐसी भीड़ की उम्मीद नहीं थी। हाँ, यह एक अच्छी शुरुआत थी। हम आशा करते हैं की हर जगह अमन और सुखद वातावरण रहे।

बरेली से हमारे पास गौतम खंडेलवाल के कमैंट्स पहुंचे, और उनके अनुसार होली उम्मीद से कहीं बेहतर थी। कुल मिला कर होली का मज़ा आ गया और काफ़ी अच्छा लगा त्यौहार मनाकर।

मुज़फ़्फ़रनगर से नंदी स्वीट्स एंड बेकर्स की ओर से गिरीश अरोड़ा ने व्हाटसएप किया, “आप सभी को होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ। पिछले 2 साल की तुलना में इस बार की होली बहुत अच्छी रही। इस बार मैं ने अपने शोरूम में उपहार देने का चलन अधिक देखा, क्योंकि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार हैम्पर की बिक्री 3-4 गुना अधिक थी। पिछले वर्षों की तुलना में इस साल कुल बिक्री 150 प्रतिशत से अधिक रही ।”

सूरत से राकेश दवे जो धरती फ़ूड प्रोडक्ट्स के ओनर हैं, उन्होंने उत्तर दिया कि उन्हें इस होली एक बहुत बड़ा रेस्पोंस मिला और इस बार की होली भी ज़बरदस्त रही।  

होली पिछले दो साल से बेहतर थी। ऐसा महावीर प्रसाद, श्री कटक स्वीट्स, ओडिशा ने MNT को बताया।

हमारे अनुसार बिक्री पिछले साल की तुलना में कम रही । पिछला साल का बिज़नेस होली के दौरान बेहतर था, शैशव मित्तल, लवली बेक स्टूडियो, जालंधर ने बेझिझक कहा।  

इस होली बिज़नेस अपेक्षा से ऊपर रहा । दोपहर ख़त्म होते-होते सारा माल बिक गया और COVID से पहले की सेल्स फिगर ने रिकॉर्ड तोड़ दिया, अमित गोयल, श्री मिष्ठान भण्डार, चंडीगढ़।  

DMB राहुल शर्मा ने कहा की होली २०२२ में कारोबार पर असर अच्छा रहा। लोगों ने होली के त्यौहार को हमेशा की तरह ज़ोर और शोर से मनाया। इस तरह कारोबार भी अच्छा रहा। लगभग 20% प्रतिक्रिया अच्छी थी। भविष्य में बिक्री ज़रूर बढ़ेगी, लेकिन महंगाई पर सारा दारोमदार निर्भर रहेगा ।

अमित अग्रवाल, मारवाड़ी स्नैक्स, जयपुर से हैं और उन्होंने अपनी बात की, “होली का त्यौहार उम्मीद से काफ़ी अच्छा रहा। आख़िर तक नमकीन की मांग और आपूर्ति बनी रही। या यूँ समझ लीजिये की 2 साल के कोरोना लॉकडाउन की भरपाई हो गई…

भीकाराम चांदमल राजूजी ने विस्तार से जवाब दिया की पिछले 2 वर्षो में हमने अपने व्यापार में काफ़ी उतार-चढ़ाव देखे हैं, पर भीखाराम परिवार ने एकजूट होकर हर मुश्कील का सामना किया है। इस होली के त्यौहार पर हमारी अपेक्षा थी की व्यापार पहले जैसा होगा, पर ऐसा नहीं हुआ लोग अभी भी COVID की मार से उभरे नहीं हैं।  

अगर COVID के पहले के समय से तुलना करूँ तो हमारा व्यापार 70 से 75 प्रतिशत हुआ, हम अभी भी अपने पिछले कई वर्षों के आंकड़ों को पार नहीं कर पाए हैं। इस बार होली के त्यौहार पर एक बात समझ में आयी की लोग अपने घरों से निकल कर अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में लौट रहे हैं, इससे यह उम्मीद है कि आगे चल कर व्यापार अच्छा होगा।

आज कल के माहोल को देखते हुए स्थिति अभी भी सोचनीय है। महंगाई की मार लोगों को और परेशानी में डाल रही है। सब की आर्थिक व्यवस्था का पूर्वानुमान लगाना काफ़ी मुश्किल है, पर हम ‘मिठाई एवं नमकीन व्यापार जगत’ अगर अपने होंसले बुलंद रखे तो मुझे लगता है हम व्यापार को फिर से उसी शिखर पर पहुंचा सकते हैं, क्योंकि हर त्यौहार हर ख़ुशी मिठाई के बिना अधूरी है।

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