ड्राई डोसा (कंपनी: क्रिष भोग)
मिठाई और नमकीन टाइम्स एक नए कॉलम के साथ शुरुआत कर रहा है जहाँ पर आंत्रेप्रेन्योरस अपने नए प्रोडक्टस के लॉन्च के बारे में हम और हमारे रीडर्स के साथ शेयर करेंगे।
क्रिष भोग, सूरत (गुजरात) की कंपनी है और मितुल क्रिष इसके ओनर हैं।
ड्राई डोसे के लॉन्च पर मितुल क्रिष ने अपने लॉन्च के बारे में विस्तार से बताया के उनका मैन काम सॉल्टी स्नैक्स को एक्सपोर्ट करना है और ड्राई डोसा उस सॉल्टी स्नैक्स का एक हिस्सा है।
मितुल ने बताया की उनकी कंपनी ट्रेडिशनल गुजरती फ़ूड प्रोडक्ट्स बनाती है और गुजरता के और सूरत के जो लोग अब्रॉड रहते हैं उनके लिए बनाया है। “हम फाफड़ा बनाते हैं और हर महीने फाफड़ा का उत्पादन 1 .५ टन है। यह प्रोडक्ट हैंडमेड है और पुरे वर्ल्ड में ७० प्रतिशत फाफड़े का एक्सपोर्ट क्रिष भोग का होता है “।
क्रिष भोग का अहम् बिज़नेस फाफड़ा से आता है और ड्राई डोसा तो एक अलग केटेगरी है जो साउथ इंडियन पकवान है। क्रिष भोग में ड्राई डोसा बिलकुल सही तरीके से बनता है, ऑथेंटिक सामग्रीः से बनता है और कोई मिलावट, प्रेज़रवेटिव, एडीटीवेज़ नहीं डाला जाता है। रेडी डोसा जो मार्किट में जो अवेलेबल है, वह रवा (सूजी) और बेसन से बनाया जाता है । क्रिष भोग ने जो प्रोडक्ट डेवेलोप किया है वह पुरे साउथ के स्टाइल से बनाया है – उरद दाल और चावल से ।
क्रिष भोग इस ड्राई डोसे को बनाकर एक्सपोर्ट कर रहे हैं क्योँकि रेडीमेड ड्राई डोसा बाहर नहीं मिलता है। अगर कभी किसी को डोसा खाना हो तो कहाँ जाकर खायेगा?
ड्राई डोसा फॉर एक्सपोर्ट
कंपनी का एकमात्र उद्देश्य इन खस्ता निर्यात करना है जो वे पहले से कर रहे हैं। क्रिष भोग विदेश में रह रहे भारतीयों को फ़ाफ़डा निर्यात करने का प्रमुख हिस्सा रखते हैं। मॉल में पारंपरिक नमकीन स्नैक्स के लिए स्थानीय विपणन इकाई थोक बाजार की देखभाल करती है। क्रिष भोग निजी लेबलिंग के लिए सेवा प्रदाता भी हैं।
नया उत्पाद का लॉन्च – ड्राई डोसा
मितुल ने उपभोक्ताओं के लिए नियमित रूप से ड्राई डोसा की पहचान करना आसान बना दिया। बाजार में उपलब्ध सूजी (रवा) और बेसन से बनाया जाता है, लेकिन वे उड़द की दाल और चावल का उपयोग करते हैं और प्राकृतिक रूप से इसे किण्वित करते हैं। विशेष पैकेजिंग के साथ परिरक्षक और किसी भी एडिटिव्स को शामिल नहीं किया गया है जो अंदर के आकार को नुकसान पहुंचाए बिना उत्पाद को बरकरार रखती है।
उपभोक्ताओं को डोसे में नए फ़्लवोरस से पहचान करवाने के लिए, कंपनी ने 4 फ्लेवर पेश किए हैं जैसे के प्लेन, मग्गी, चीज़ और टँगी फ्लेवर। “Ready-to-Eat” चटनी भी साथ में पैकिंग में प्रोवाइड की है ।
मितुल ने यह भी बताया की फाफड़ा गुजरात का बहोत पसंदीदा और ट्रेडिशनल प्रोडक्ट है जो दसहरा के त्यौहार पर बहोत खाया जाता है। चाहे वह कोई भी प्रांत का हो फाफड़ा ज़रूर खाएगा । फाफड़ा भी नेचुरल इंग्रेडिएंट्स से बनाते हैं और उस में १ साल की शेल्फ – लाइफ होती है और वह भी “Ready-to-Eat” होता है जिस के साथ चटनी भी पैक्ड रहती है।