हमने अपने पिछले अंक में रसमलाई के अनूठे स्वाद को आप तक पहुंचाया था उसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए आज हम रसमलाई को एक नए अंदाज़ में, नए रंग, नए रूप, और एक नए स्वाद के साथ एक नया प्रोडक्ट लाए हैं, जिसे चखकर दिल बाग़-बाग़ हो जाए और वह है ‘मैंगो रसमलाई’ !
आनंद दयाल दादू जी, ‘आनंद स्वीट्स एंड सैवेरीज़’ के चेयरमैन हैं, उनसे जब हमने उनके ख़ास प्रोडक्ट के बारे में बात की तो हमें अनेक जानकारियाँ प्राप्त हुई।
आनंद स्वीट्स कि शुरुआत से लेकर आज तक, उनके पास मिठाई और नमकीन, सूखे मेवे के अनुमानित 300 SKU ‘s हैं, जिसमें फ्रूट चाट भी बेचते हैं । दक्षिण भारतीय और उत्तर भारतीय स्ट्रीट फ़ूड उनके पोर्टफ़ोलिओ का हिस्सा हैं । कई तरह कि अनगिनत मिठाई व नमकीन भी उसी सूचि में आते हैं। उन्होंने एक बेस किचन बना रखा है जहां सब कुछ एक ही स्थान पर बनाते हैं, जो 1 लाख वर्ग फ़ीट क्षेत्र में स्थित है। जिसकी वजह से स्वाद और आकर्षण का सख़्ती से एक स्टैण्डर्ड मेन्टेन कर रखा है जिसके चलते हाल ही में उन्होंने ISO 2200 सर्टिफ़िकेट प्राप्त किया है, जो देश में सर्वोत्तम खाद्य प्रमाण पत्र है।
उत्पाद नवाचार के स्टैण्डर्ड पॉइंट से देखें तो उन्होंने पूरे देश से कई तरह के नए प्रोडक्ट्स, कुछ ऐसी मिठाईयाँ जो सिर्फ ख़ास मौसम बनाई जाती हैं, और इन मिठाईयों को बनाने के लिए पूरे देश से विशेष मैनपावर और कारीगर को चुनकर लाते हैं।
व कहते हैं कि…
“हम सबसे प्रामाणिक स्वाद बनाने की कोशिश करते हैं। अधिकांश इंग्रेडिएंट्स हम एक ही जगह से लेते हैं, लोकल और कम क्वालिटी की सामग्री इस्तेमाल नहीं करते। सर्वोत्तम स्वाद और स्ट्रक्चर प्राप्त करने के लिए, हम कश्मीर से लेकर केरल तक पूरे प्रदेशों से सामग्री मंगवाते हैं, क्योंकि हर किसी की सामग्री कि अलग फ्लेवर और अलग स्वाद होते हैं।
उन्होंने कहा, “आम की रसमलाई की विशेषता यह है कि इसका एक ख़ास मौसम होता है, वह इसमें किसी तरह के बाहरी स्वाद कि मिलावट नहीं करते हैं। इसकी एक और ख़ास बात यह है कि यह साल में सिर्फ़ एक ही माह में होती है, मध्य अप्रैल से मध्य मई तक, क्योंकि सिर्फ़ यही एक माह है जिसमें सबसे उच्च दर्जे की कॉलिटी प्राप्त होती है, और यह रसमलाई पूर्ण रूप से सिर्फ़ इसी मौसम के अल्फांसो से बनाई जाती है।
फ्रेश और उच्च क्वालिटी के अल्फांसो का पल्प बनाकर उसे रबड़ी में और रसमलाई के दूध में मिलाते हैं जिससे ‘मैंगो रसमलाई’ तैयार कि जाती है। इन सब को मिलाने से जो स्वाद उत्पन्न होता है उसका स्वाद ही निराला होता जिसे भूलाना मुश्किल हैं। यह हमारे यहाँ का एक बेहतरीन उत्पाद है जो इस एक माह में सब से ज़्यादा बिकता है।
आनंद जी ने अपने व्यापार को आगे बढ़ाने के सन्दर्भ में कहा कि, “हम बड़े पैमाने पर निर्यात की तलाश कर रहे हैं और खुदरा उपस्थिति (retail presence) की भी तलाश में हैं, यह दो बातें हमारी सूची पत्र में प्राथमिकता पर हैं। हमारा ऑनलाइन कारोबार बहुत अच्छा चल रहा है और इसके लिए हम ग्राहकों तक पहुंचने में सक्षम हैं और यह भी चाहेंगे कि विभिन्न चैनलों में अपने इस कार्य को जारी रखें और इसमें अधिकतम तौर पर विस्तार करते रहें “।