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FSSAI विनियम: अनुपालन का बोझ, बड़े और MSME दोनों क्षेत्रों के अस्तित्व के लिए ख़तरा
FSSAI और उसके खोकले दावे भारत ने केंद्र और राज्यों दोनों स्तरों पर 6,000 बोझिल अनुपालनों की पहचान की है, जिन्हें ‘भारत में व्यापार करने…
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हर मिठाई का अपना रंग, ढंग और स्वाद होता है। हिंदुस्तान में उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूरब से लेकर पश्चिम तक मिठाईयों की रेंज बहुत सारी हैं, लेकिन जिसकी बात हम आज यहाँ कर रहे हैं वो सही मानों में एक अविश्नसनीय मिठाई है – जी हाँ हम बात कर रहे हैं काजू कतली की और वो भी अंजीर से बनी। है ना यह बिलकुल अनोखी? इस स्वाद और सेहत से भरी मिठाई का श्रेय जाता है समीर खोराजिया को जो मिष्ठान कल्चर के MD हैं। उनका यह एक बहुत ही कमाल का आविष्कार है जिसका समीर ने नाम दिया है – “अंजीर काजू कतली“। मिठाई अपने नाम का ख़ुद परिचय दे रही है, हम इसे और स्पष्ट कर देते हैं , यह मिठाई प्योर (pure) अंजीर, काजू और चीनी से बनी हुई, बिलकुल शुद्ध और सांस्कृतिक मिठाई है। अंजीर काजू कतली की बनावट के बारे में समीर ने MNT को बताया की, “यह मिठाई उन लोगों के लिए है जो अंजीर को खाना पसंद करते हैं और काजू को भी। तो सोचा क्योँ ना इन दोनों ड्राई फ्रूट्स को मिलाकर एक नई मिठाई बनाई जाये ताकि काजू के साथ अंजीर का भी सेवन हो जाये और हम अपने प्यारे कंस्यूमर्स को दोनों का स्वाद दे सकें!! और जब काजू में अंजीर मिल जाए तो क्या बात होगी!! बस, यह रेसिपी एक बेस्ट ऑप्शन के रूप में सामने आई और मिष्ठान कल्चर ने इसे एकाएक अपने कंस्यूमर्स के लिए बना दिया “। काजू कतली और अंजीर कतली में यह अंतर है की, काजू कतली काजू के पेस्ट से बनती है अगर इस में पिस्ता डाल दिया जाए तो यह पिस्ता रंग कि हो जाएगी और अगर इस में अंजीर डाल दी जाये तो यह बेज (Beige) या भूरे रंग कि हो जाएगी। अगर स्वाद बदलता है तो रंग बदलना ज़रूरी है। अंजीर काजू कतली की मांग निरंतर बढ़ती जा रही है क्योंकि खाने वाले को ऐसा नहीं लगता है की जैसे वह सिर्फ अंजीर खा रहा है या सिर्फ काजू कतली खा रहा है। इस मिठाई में अंजीर और काजू का बराबर संतुलन बनाए रखने का मिश्रण है। जब आप इसे अपने मुँह में रखेंगे तो हल्का सा काजू का स्वाद आएगा और उसके अगले ही पल अंजीर का। समीर ने बताया की, “हमने अंजीर काजू कतली के कारोबार के लिए महाराष्ट्र और बिहार को कवर किया है और सेल्स का रिस्पांस भी बहुत अच्छा है। हम निर्यात की भी योजना बना रहे हैं” । अंजीर और काजू कतली का मिलन एक आविष्कार के साथ एक हैल्थी प्रोडक्ट भी है। अंजीर के फायदे : सूखे अंजीर एंटीऑक्सिडेंट और आहार फाइबर से भरपूर होते हैं और त्वचा को स्वस्थ और मल त्याग को बढ़ावा देते हैं। यह वज़न घटाने के लिए भी लाभदायक है। रक्तचाप को संतुलन में रखने में सहायक है। प्राचीन भारत में भी अंजीर को दूध के साथ मिलाकर लिया जाता था। चूंकि यह जिंक, मैंगनीज, मैग्नीशियम और आयरन जैसे खनिजों से भरा हुआ है, दिल के स्वास्थ्य को बढ़ाता है, ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में मदद करता है। कैल्शियम हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और रक्त शर्करा के स्तर को विनियमित करने में लाभदायक है। काजू के फायदे : काजू में केलोरीज़ कम और फाइबर ज़्यादा होता है, हृदय-स्वस्थ वसा और प्लांट प्रोटीन से भरपूर होते हैं। वे तांबे, मैग्नीशियम और मैंगनीज का भी एक अच्छा स्रोत है – ऊर्जा उत्पादन, मस्तिष्क स्वास्थ्य, प्रतिरक्षा और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। काजू में तांबे की मौजूदगी शरीर से फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में मुख्य भूमिका निभाता है। काजू में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट वर्णक होता है जिसे ज़िया ज़ैंथिन कहा जाता है जो रेटिना द्वारा आसानी से और सीधे अवशोषित हो जाता है, और एक सुरक्षात्मक परत बनाता है जो हानिकारक यूवी किरणों को रोकता है।
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June 23, 2021 The growing trend of aesthetically packaged mithai and namkeen in the organized retail sectors is leading the industry to the major runways…
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June 18, 2021 By Palak Chaturvedi, Nutritionist & Lifestyle Consultant Building and boosting the immune system is as easy as eating healthy. One good way…
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As a follow-up to our Hindi cover story on pure ghee, MNT would like to publish an English conversation it had with Patanjali Rao Upadrasta,…
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