विदेशी शैली अद्भुत स्वाद, बकलावा रहे हमेशा याद

हमारे पाठकों को विनम्र नमस्कार,WMNC में आप सभी से मुलाक़ात हुई और इस मुलाक़ात ने हमें विभिन्न प्रकार की मिठाईयों से परिचित होने का अवसर प्रदान किया और बहुत कुछ देखने और सीखने को मिला।

आशा करते हैं आप सब ने भी इसका आनंद और लाभ अवश्य प्राप्त किया होगा। हम इस बार असमंजस में हैं की किस मिठाई को “Product of the Month” घोषित करें। इस बार हमारे सामने बहुत सी मिठाईयों की दावेदारी थी, किन्तु जिस मिठाई ने इस स्थान को प्राप्त किया वह है बकलावा जो सब से अलग था। यूँ तो यह विदेशी तर्ज़ पर तैयार की गयी मिठाई है या यूँ कहें की हमारे देश में इसका कोई इतिहास नहीं मिलता।

यह अनेक श्रेणियों की मिठाई जिसमें विदेशी स्वाद की सौग़ात का अद्भुत अनुभव शामिल है जो इसे हमारे देश की पारम्परिक मिठाईयों से अलग करती है। विदेशी रंग रूप समाहित होने के कारण यह WMNC में आकर्षण का केंद्र बनी रही। इसका स्वाद भी अपने आकर्षण की भांति सभी मिठाईयों से अलग रहा।

तो आईये हम आप को बकलावा को पेश करने वाले दिनेश मुत्रेजा से परिचित कराते हैं। बकलावा मिठाई कि प्रस्तुत “ओएसिस बकलावा” (Oasis Baklawa) के द्वारा की गयी। “ओएसिस बकलावा” 2006 में, दिनेश जी द्वारा भारत में व्यावसायिक रूप से स्थापित किया गया। बकलावा अपने आप में मिठाई की एक विस्तृत श्रृंखला है जिसका निर्माण अनेक प्रकार से किया जाता है। 

दिनेश जी का कहना है कि “हमारी कंपनी एक ब्रैंड विकसित करने और अपनी उच्च गुणवत्ता के कारण कम समय में पूरे भारत में मिठाई व्यवसाय में सबसे बड़े उत्पाद को बेचने में सक्षम है”।

बकलावा का इतिहास मध्य पूर्वी दुनिया के जीवंत रंगों की तरह रंगीन है। यह उस्मानिया थे जिन्होंने 8 वीं शताब्दी में उस्मान साम्राज्य के शासन के दौरान इस व्यंजन को तैयार किया था। बकलावा का जादुई स्वाद तेज़ी से वर्तमान ईरान की पहाड़ियों से ग्रीस के चरागाहों तक फैल गया। आज यूनानी, अर्मेनियाई, मिस्रियों और अरबों तक, सभी का दावा है कि बकलावा उनकी खोज है, लेकिन उन सभी के अपने वेरिएंट हैं ।

पारम्परिक मिठाईयाँ अत्यधिक खोए से निर्मित की होती हैं लेकिन बकलावा में खोए की भूमिका नहीं पायी जाती। यही कारण है कि यह उन पारम्परिक मिठाईयों से अलग है।

“ओएसिस बकलावा” कई तरह के बकलावा बनाते हैं जैसे चैकोर आकर का बकलावा, पिरामिड बकलावा, फिंगर बकलावा, रिंग बकलावा, मिनी बादाम रोल बकलावा, रोज़ बकलावा, हाफ़-कोटेड खजूर, कुनाफ़ा, बसबौसा, तुर्की डिलाइट्स, नफे़ह, हलवेट, ममौल, तामरिया, खलीजी, मैंगो ट्विस्ट और अन्य लक्ज़री मिठाईयाँ आदि।

यह सिर्फ़ स्वाद नहीं है बल्कि सेहत के लिए भी अच्छा होता है। बादाम, अखरोट, पिस्ता, मूंगफली, हेज़लनट्स और काजू जैसे मुख्य अवयवों के साथ, बकलावा विटामिन और मिनरल्स का एक समृद्ध स्रोत है। शहद इस पर आइसिंग के रूप में कार्य करता है, स्वस्थ पोशक तत्वों को जोड़ता है और प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले गुण प्रदान करता और ताक़त और स्वास्थ्य में वृद्धि लाता है। इसमें अलग से कोई स्वाद देने वाले एजेंट मौजूद नहीं हैं। शुद्ध बकलावा बनाने के लिए भुने हुए मैदे और सूखे मेवे को मिलाते हैं, जो बकलावा के स्वाद को बदल देता है। यह उल्लेखनिय है कि इसे तला नहीं जाता है बल्कि बेक किया जाता है, जिससे यह डाइटर का आनंद बन जाता है।

बकलावा को सामान्य तापमान पर संरक्षित कर परोसा जाता है। निस्संदेह, बकलावा सबसे स्वादिष्ट और प्रतिष्ठित मिठाई है, जो ग्राहकों को प्रस्तुत किए जाने पर उनके चेहरों पर मुस्कान लाती है। तो अगर आप रात के खाने के बाद दावत के लिए कुछ ख़ास खोज रहे हैं या अपने उत्सव में और चमक लाना चाहते हैं तो बकलावा को अपने आहार में शामिल करें।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *