अब भारतीय मिठाई व नमकीनों के बेचने के तरीक़ों को बदल रहे हैं यंग आंत्रप्रेंयूर्ज़

इस बार सफ़रनामे में मैं अपनी नागपुर की यात्रा का वर्णन करने वाला हूँ लेकिन सच कहूँ तो मेरे मन से अभी तक जयपुर का वह दिलचस्प सफ़र जो WMNC 2021 के आयोजन के संदर्भ में रहा वह ज्यों का त्यों बना हुआ है, जहाँ हम और आप एक साथ रू-बरू थे। जिसके संदर्भ में अपने विचार को संक्षेप में व्यक्त करना चाहूँगा।

WMNC का वह उद्घाटन समारोह तो देखते ही बनता था। फिर चाहे वह सफ़ल सेमिनार हो या अवार्ड वितरण, रोचक बैठकें हों या मंतर मुग्ध कर देने वाला गाला नाईट का रंगारंग समां, नाना प्रकार की मिठाईयों का प्रदर्शन हो या उन का लुभावना स्वाद सब कुछ अद्भुत था, जो यादगार बना हुआ है। जिस तरह से हमारे प्रदर्शकों (exhibitors) ने अपने स्टालों को सजाया और अत्यंत सुंदरता के साथ प्रदर्शन किया वह भी अपने आप में उनकी एक कला रही। हमारे इवेंट को चार चाँद लगाया हमारे आने वाले FSNM सदस्य, आगंतुक (visitors)और प्रतिनिधि (delegate) के अप्रत्याशित footfall ने जिनका में दिल से आभार व्यक्त करता हूँ। इस सफ़ल आयोजन में आप सभी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए मुझे और मेरी पूरी टीम को जो सहयोग प्रदान किया वह हमारे लिये शक्ति वर्धक से कम नहीं था।

हम सभी ने पिछले दो वर्षों में जिन परिस्थितियों का सामना किया वह सबको झकझोर देने वाला था, लेकिन आप सभी से WMNC में मिलकर जिन बातों का पता चला वह अत्यंत सुखमय था कि किस तरह मिठाई नमकीन उद्योग जगत ने आपदा में भी उद्योग के अच्छे अवसर निकाल कर परिस्थितियों का कर्मठता पूर्वक सामना किया।

इस उद्योग से जुड़े पुराने बंधुओं के अतिरिक्त कुछ नए बंधुओं से भी मिलने का अवसर मिला जो बहुत अच्छा अनुभव रहा। एक लम्बे समय पश्चात् होने वाला यह भव्य आयोजन बीते हुए कठिन समय को भुला देने वाला रहा। आप सबका आभार कि आप ने आयोजन को सफ़ल बनाने में हमारा अपार सहयोग किया जिसके लिए आप सभी बंधुओं का हृदय से धन्यवाद।

WMNC 2021, जयपुर को आयोजित करने का असमंजस अंतिम क्षणों तक बना हुआ था। हम सभी आयोजन समिति (organising committee) के लोग प्रति दिन यही चर्चा कर रहे थे कि आखि़र क्या होने वाला है, कुछ आभास नहीं था, मगर हमने अपनी ओर से इसको सफ़ल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी, जिसका परिणाम यह रहा कि आप सब ने इस कार्यक्रम को अपार सफ़लता दिलाई। जिसको किसी एक अंक में मैं संकलित नहीं कर पाऊँगा और शायद ऐसे कई और लेख लगेंगे जिनमें मैं आप लोगों के दिए प्यार के कुछ लम्हे साझा कर पाऊँगा।

अब तक WMNC 2021 की उन सुन्दर यादों को ही एकत्रित कर रहा हूँ, जिसमें हम सबको बहुत तारीफ़ें मिली, मगर समय की मांग यह है कि जनवरी 2022 का संस्करण समय से प्रकाशित हो जाए। मैं इस बार WMNC से कुछ पहले के सफ़र की व्याख्या करूँगा जो मेरे और हर मिठाई व नमकीन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के लिए किसी विश्वविद्यालय के प्रशिक्षण से कम न होगा।

जैसे कि मैंने आपको शुरू में बताया था कि इस लेख का प्रारम्भ मैं अपने नागपुर के सफ़र से करता हूँ जो WMNC से कुछ दिवस पहले मैंने किया था। नागपुर का सफ़र मेरे लिए WMNC से पहले रेग्युलर सा बन गया था। दूसरी श्रृंखला का WMNC जो इंदौर में हुआ था तभी से, मेरे लकी-मैस्कॉट श्री शिव किशन अग्रवाल, CMD, हल्दीराम से मिलना पिछले वर्षों की भांति इस वर्ष भी मेरे लिए भाग्यशाली सिद्ध हुआ, वह भी WMNC से कुछ पहले। अब तो यह रीत बन गयी है कि हर WMNC से पहले मैं उनसे मिलने जाता हूँ और आशीर्वाद प्राप्त करता हूँ जिसका परिणाम आप सब के सामने है।

बड़े बाबू का प्यार और आशीर्वाद हमेशा मिलता रहता है। कोई अगर छोटी-मोटी या बड़ी रुकावट भी हो तो इनके आशीर्वाद और हस्तक्षेप से दूर हो जाती है। वह खुद भी मेरा बहुत आदर करते हैं और मेरे साथ हमेशा जुड़े रहते हैं। इतना ही नहीं बल्कि इवेंट से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारियाँ वह मुझसे लेते रहते हैं और अपना ट्रिप भी उसी तरह से प्लान करते हैं।

मैं नागपुर इसी आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए रवाना हुआ और ये सफ़र भी यादगार हो गया। नागपुर पहुंचने से पहले ही बिना बोले शिव किशन जी ने ड्राइवर का नंबर भेज दिया और आदेशित किया कि वो मुझे एयरपोर्ट के रास्ते में पड़ने वाले हल्दीराम के आउटलेट पर नाश्ता करा कर ही लाए।

इस बार मेरे साथ अतिरेक, पुनीत या विपिन नहीं थे, क्योंकि वह सभी WMNC की तैयारियों में जुटे हुए थे। इस सफ़र के विनीत जी मेरे नए हमसफ़र रहे, एक लीडिंग पेपर प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी SLS Group के नाम से मशहूर है, वह उसके सेल्स हेड हैं। उनको भी कुछ काम था कमल अग्रवाल जी से जो शिव किशन जी के सबसे छोटे सुपुत्र हैं, उनके मुख से यह बात सुनकर मैंने यह सोचा इसी बहाने मैं भी उनसे मिल लूंगा, और विनीत जी के साथ हो लिया।

नाश्ते के बाद शिव किशन जी को फ़ोन किया तो पाया कि वह अभी किसी मीटिंग में व्यस्त हैं। मैंने मौक़ा पाते ही समय का सद उपयोग करने के लिए परख वज़ीरानी, ‘हीरा स्वीट्स’ नागपुर को फ़ोन लगा दिया, परख ने तुरंत अपनी फ़ैक्टरी का गूगल मैप हमें भेज दिया, अगले आधा घंटे में हम परख के साथ उनकी फ़ैक्ट्री में थे। ‘हीरा स्वीट्स’ की इस फ़ैक्ट्री में वो सिर्फ़ मिठाईयों की बाईटस ही बनाते हैं।

हीरा स्वीट्स’ के बारे में कई बार अमित गोयल, बंसल फूड्स’ लुधियाना के मुख से प्रशंसा सुनी थी मगर देखने को आज मिला। परख से भी कई बार फ़ोन के माध्यम से वार्तालाप होती रही है। परख ने अपनी फ़ैक्टरी को बड़े ही सिस्टमैटिक ढंग से बनाया है और एक नए ही तरीक़े से वो अपने कस्टमर्स को सर्व कर रहे हैं, यह बात भी मेरे पाठकों को अचंभित कर सकती है। मैं और विनीत तो इनका बिज़नेस मॉडल देखकर अत्यंत हर्षित हुए और आपका भी हक़ बनता है इसको जानने का।

जिन बाईटस में ‘बंसल फूड्स’ आगे हैं परख उनको ख़ुद नहीं बनाते बल्कि ‘बंसल फूड्स’ से मंगवाकर बेचते हैं और जहाँ उनको लगता है वो ख़ुद बना सकते हैं ऐसी बाईटस वह नागपुर में ही बनाते हैं और पूरे भारत में सप्लाई करते हैं। वह इन बाईटस को तैयार करने में जुझारू रूप से लगे हुए हैं। अधिकतर फलों पर आधारित बाईटस बनाते हैं जैसे, ब्ल्यू -बेरी, खजूर, आमंड, काजू, क्रैनबेरी इत्यादि।

इनकी सप्लाई पूरे भारत में है और बहुत ही अनोखे फ़्लेवर्स के साथ ये मार्किट के प्रमुख खिलाड़ी बने हुए हैं। आप सोचेंगे सुझाव बुरा नहीं है मगर इसमें नया क्या है? अब सुनिए इसकी नवीनता, नागपुर और उसके आस-पास इनकी कई डायरेक्ट सेलिंग की दुकानें हैं और परख ने प्रिंटिंग व पैकेजिंग में एक अच्छा इकोसिस्टम अपनी फै़क्टरी में ही खड़ा कर लिया है, चाहे आपकी पार्टी 50 लोगों की ही क्यों न हो यह आपको सेलिब्रेशन और मौके के हिसाब से 50 डब्बे आपके नाम, या जो आप लिखवाना चाहें, जिस कलर को पसंद करें, दे देंगे।

परख का यह प्रयोग बहुत ही सफ़लता पूर्वक आगे बढ़ रहा है और अब इनको नागपुर के अतिरिक्त दूर दराज़ इलाकों से ऑर्डर्स आ रहे हैं। परख एक जवान और टैलेंटेड व्यक्ति हैं और अपनी फॅ़मिली ट्रेनिंग के साथ उन्होंने यह नया वर्टिकल खड़ा कर लिया है, ऑनलाइन सेल्लिंग की मदद से काम और भी आसान और इंटरेस्टिंग हो गया है। मैं भी सदैव ऐसे नवयुवकों से प्रभावित होता हूँ जो संघ (league) से हट कर प्रयोग करते हैं और सफ़लता पाते हैं ।

लग-भग एक घंटा नीचे से लेकर ऊपर तक सारे फ़्लोर्स देखने के बाद मैं और विनीत वहाँ से शिव किशन जी से मिलने उनके ऑफ़िस चले गए और वहाँ उनका आशीर्वाद प्राप्त हुआ जिसकी बौछारें WMNC तक पड़ती रहीं।

इन बुज़ुर्गों का प्यार पूरी इंडस्ट्री के लिए वरदान है और ये कभी भी ऐसा नहीं सोचते की लेने वाला उनका प्रतियोगी है या कोई और? इनकी मान्यता है कि सब के आगे बढ़ने से इंडस्ट्री का ही भला होगा।

इसी बीच मैं कमल जी से भी मिलने उनके फ़्लोर पर गया और उनके प्लैन-फ़ेस (plain face) चुटकुलों का सामना किया। विनीत ने जब अपना काम निबटा लिया तब एक और नई चीज़ देखने को कमल जी के द्वारा मिली। इनका एक स्टार्टअप है जहाँ एक छोटी सी IT टीम के साथ कुछ चर्चा चल रही थी, पूछने पर मालूम हुआ कि यह एक पैकेजिंग प्रोडक्ट्स को बेचने वाला स्टार्टअप है। जिस तरह कि भी मुख्य (primary), माध्यमिक (secondary) या तृतीयक (tertiary) पैकेजिंग आपको चाहिए आप ऑनलाइन कार्ट से पेमेंट करके ख़रीद सकते हैं। स्टार्टअप को बहुत अच्छी सफ़लता मिल रही है और आगे उम्मीद है कि यह कई गुना बढ़ेगा।

शिव किशन जी से कई विषयों पर चर्चा हुई, उसी दौरान यह ज्ञात हुआ कि श्री मनोहर लाल जी अग्रवाल इनके छोटे भाई और ‘हल्दीराम दिल्ली’ के CMD, Ambey Valley जो मुंबई के निकट खंडाला कि पहाड़ियों में है, के किसी समारोह में आए हुए हैं। लालाजी (मनोहरलाल जी) ने बताया तो था कि वह मुंबई आएंगे मगर समय का ज्ञान नहीं था, तुरंत उनसे फ़ोन पर बात की तो पता चला कि वह खंडाला में ही हैं, और मेरे लिए एक दिन अतिरिक्त लाए हैं ताकि हम कुछ समय साथ बिता सकें और सही मानों में यह मेरे लिए किसी उच्च श्रेणी के प्रशिक्षण से कम नहीं था। तुरंत समीर खोराजिया, ‘मिश्ठान कल्चर’ को फ़ोन किया और योजना बनाई कि हम कहाँ-कहाँ जाएंगे।

कुछ ही दिन पहले ‘आनंद स्वीट्स‘, बैंगलोर के डायरेक्टर, अरविन्द दादू ने बताया था कि मुझे ‘बॉम्बे स्वीट शॉप‘ ज़रूर जाना चाहिए कुछ नया देखने को मिलेगा, मगर जैसा कि मैंने पहले भी लिखा है कि मुंबई ही शायद एक ऐसा शहर है जहाँ मैंने सबसे कम सफ़र किया है जबकि यह मेरा ‘होम टाउन‘ है। काफ़ी चर्चा भी सुनी थी ‘बॉम्बे स्वीट शॉप‘ की यही सोचकर मैंने समीर से कहा कि हम लालाजी को वहाँ लेकर चलते हैं।

अगले ही दिन हम दोनों सुबह लालाजी के साथ उनके होटल में नाश्ते के टेबल पर थे। मगर सोभाग्य की बात यह थी कि उनकी धर्म पत्नी भी उनके साथ थीं जिनके साथ हमें कुछ अच्छे पल बिताने को मिले और उनको भी हमने लालाजी की ही तरह ख़ुश मिज़ाज और खुले मन का पाया।

होटल से निकले तो समीर खोरजिया ने अपनी जैगुआर कार सामने खड़ी कर रखी थी जिसके सामने मैंने अपनी फ़ॉर्चूनर को चुनना भी नहीं चाहा मगर भाग्य की बात यह थी के साथ में कमल चंद भी हो लिए थे और जैगुआर में ड्राइवर के साथ 4 और लोग कुछ ज़्यादा हो जाते, लालाजी ने कहा ‘‘तेरी गाड़ी कहाँ है‘‘ तुरंत अपनी गाड़ी को मंगवाया और लालाजी का सारथी बन गया, यह मेरा सौभाग्य था।

होटल से हम निकल चुके थे और Byculla पहुंचे जहाँ से ‘बॉम्बे स्वीट शॉप‘ का शोरूम, थोड़ी ही दूरी पर था। पूरे रास्ते कई मुद्दों पर चर्चा होती रही और समय कटता रहा। लगभग एक घंटे में हम ‘बॉम्बे स्वीट शॉप‘ पहुंच गए, बीते दिन ही BSS के फ़ाउंडर समीर सेठ से बात हुई थी और पता चला था कि वह कहीं बाहर हैं, उन्होंने अपने प्रोजेक्ट इंचार्ज वेदा से कनेक्ट करवा दीया था, वेदाहमें लेने बाहर ही खड़ी थी।

यहाँ से शुरू हुआ कुछ और नया देखने का सफ़र, जहाँ मैं हर मिठाई व नमकीन निर्माता को जाने का आग्रह करूँगा। BSS एक बड़े ही शास्त्रीय शैली से बना मिठाईयों का शोरूम है जिसको 1960s या 70s कि बम्बईया रेस्टोरेंट्स की तर्ज़ पर बनाया गया है।

यहाँ एक अलग ही तरीक़ा मिठाई बेचने का दिखा वह यह है कि मिठाईयों को वज़न के हिसाब से नहीं बल्कि उनकी संख्या के हिसाब से बेचा जाता है। सभी मिठाईयाँ आपके सामने ही बनाई जाती हैं और प्रति दिन का नया मेनू होता है। जिनको अपने बच्चों को भारतीय संस्कृति को मॉडर्न तरीक़े से परिचित कराना पसंद है, उनके लिए यह जगह आदर्श है। BSS की गए एक साल में चर्चा पूरे भारत में हो रही है और कोविड के समय के नुकसान को इन्होंने ऑनलाइन सेल्लिंग के माध्यम से फ़ायदे में बदल लिए हैं।

BSS में वही करछी और कढ़ाई को इतनी सुंदरता के साथ शीशों के पीछे चलाया जाता है कि लालाजी भी कुछ समय तक देखते रहे। उनका कहना था कि यह नई पीढ़ी के मिठाई वाले पूरी दुनिया में भारतीय मिठाई व नमकीन उद्योग का डंका बजवा रहे हैं। आज कोई भी हमारी फै़क्टरियों में आकर देख सकता है कि हम क्या खिलाते हैं, क्या बनाते हैं और वह सब कितना स्वास्थ्यकारी होता है। इसका जीता जगता उदाहरण हमारे सामने था ‘बॉम्बे स्वीट शॉप ‘

कुछ देर वेदा के साथ चर्चा होती रही जिसको देख कर लग रहा था जैसे साक्षात् मिठाई इंडस्ट्री के भगवान उनके यहाँ पधारे हों। मिठाईयों में भी ख़ास बात यह थी कि वह पारम्परिक तरीक़े से हट कर बनाई जा रही थी, सभी मिठाईयों का फ़्यूशन एक्ज़ॉटिक फ़्लेवर्स जैसे, कॉफ़ी, केरामेल, चॉकलेट इत्यादि के साथ था। पैकेजिंग भी अनोखी थी जिसको आप वहाँ जाकर ज़रूर देखें। वेदा को हमने जयपुर का न्योता भी दिया और उसने वह निभाया भी।

काफ़ी समय बीत चूका था और हम itenary के हिसाब से वहाँ से निकल गए। निकलते ही फ़ोन किया “The Pan Story” के नौशाद शेख़ को कि हम आ रहे हैं। थोड़ी देर के लिए नौशाद को यकीन ही नहीं हुआ कि मनोहर लाल जी उसकी पान शॉप पर आएंगे। वह बाहर ही खड़ा हमारी प्रतीक्षा कर रहा था, मॉडर्न पान कि दुकान लालाजी को भी पसंद आई और कुछ पान उन्होंने खाकर उनका स्वाद लिया, Rs.60 से लेकर Rs.6000 तक का पान यहाँ बेचा जाता है और किसी तरह का धूम्रपान या तम्बाकू सामग्री को यहाँ नहीं रखा जाता। हमने वहां अनेक पानों का स्वाद लिया और नौशाद से उसकी शॉप के सम्बंधित काफ़ी देर तक चर्चा करते रहे, नौशाद ने लालाजी को कुछ पान मैडम के लिए पार्सल भी दिए। वहाँ से हम लालाजी के आग्रह पर ‘मिष्ठान कल्चर’, समीर खोराजिया कि फ़ैक्ट्री पर गए जिसका उनको अत्यंत रूप से इंतज़ार था।

शायद यही जिज्ञासा हमारे इन बुज़ुर्गो को सबसे अलग संघ में खड़ा करती है, इन्हें हर तरक़्क़ी हासिल करने के बाद भी सीखने कि भूक हमेशा जागती रहती है। चाहे वह शिव किशन जी हों, लालाजी हों या श्याम सुन्दर अग्रवाल जी, ‘बीकानेरवाला‘ हो या फिर चंदू भाई वीरानी, ‘बालाजी वेफ़र्स‘। यह सभी हमेशा नई-नई फ़ैक्टरियाँ और ट्रेंड्स को फ़ॉलो करते रहते हैं।

बस कुछ ट्रैफ़िक का सामना करने के बाद हम गोरेगाव स्थित ‘मिष्ठान कल्चर‘ पहुंच गए और समीर ने मिठाईयों की पूरी रेंज को सामने रख दिया। लालाजी को समीर कि मिठाईयाँ और उसके बेचने के तरीक़े दोनों बहुत पसंद आए। काफ़ी प्रशंसा के बाद हम वहाँ से लालाजी को उनके होटल पहुँचाने चले गए और उनसे वादा लिया कि कम से कम महीने में एक बार इस तरह का भ्रमण किसी न किसी शहर में ज़रूर किया जायेगा। अगर कोविड की 3rd वेव नहीं आई और सब सही रहा तो अगले महीने फिर किसी नए शहर का विवरण अपने इस सफ़रनामे में प्रस्तुत ज़रूर करूँगा।

एक बार फिर मैं आप सभी पाठकों और सदस्यों का सेहहिर्दय धन्यवाद देता हूँ। मैं आप से यह भी साझा करना चाहूंगा कि अगले साल कि तैयारियाँ हमने अभी से शुरू करदी हैं आशा है कि जिस तरह आप सब ने हमारा साथ दिया है, आने वाले हर सालों में आप WMNC में इसी तरह बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे। बहुत ही जल्द हम आपको WMNC के 5TH  एडिशन कि नई लोकेशन का पता अपने ऐसे ही किसी लेख में देंगे। जिस तरह आपने अपना अनमोल समय निकल कर WMNC 2021, जयपुर की शोभा बढ़ाई, जो एक रिकॉर्ड ब्रेकिंग इवेंट रहा !!

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