सजगता और राष्ट्रप्रेम ‘आनंदमय राम मंदिर’ में मिठाई और नमकीन उद्योग का योगदान

22 जनवरी 2024 का प्रतीक्षित पल आनंदपूर्ण उत्सव के साथ शुरू हुआ। प्रण प्रतिष्ठापन के शुभ अवसर पर पूरे मिठाई और नमकीन उद्योग ने अपनी सर्वोत्तम मिठाई के साथ इसे प्रभु राम के सामने स्वीकृत करने के लिए मिलकर पेश किया।

आज के इस लेख में हम उस महान कार्य के बारे में बात करेंगे, जिसमें मिठाई और नमकीन इंडस्ट्री ने कैसे अपना योगदान दिया है। इस शुभ अवसर पर हम ब्रिजरसायनम, आगरा से तुषार गुप्ता, मधुरिमा स्वीट्स, लखनऊ के सृजल गुप्ता, दादू’स स्वीट्स Emporio, पुणे के रुशील दादू, प्रशांत कॉर्नर मुंबई से प्रशांत सकपाल, दास पेंडावाला भावनगर से बैजू मेहता, स्वानी एंटरप्राइज़ेज़ से अतिरेक मित्तल, इन सभी महानुभावों को समर्पित है जो इस यज्ञ में समिधा के रूप में अपना योगदान दे रहे हैं।

इस लेख में हमने इन महानुभावों से उनके योगदान के पीछे छुपी भावनाओं को समझने का प्रयास किया है और इसका संक्षेप यह है कि इस आयोजन में उनका योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। साथ ही, हम इस भव्य आयोजन में मिठाई और प्रसाद के रूप में प्रदान किए गए उपहारों की भी चर्चा करेंगे।

ब्रिजरसायनम से तुषार गुप्ता ने राम मंदिर निर्माण में अपने योगदान के प्रति अपनी भावना को व्यक्त करते हुए मिठाई उद्योग को एक अद्वितीय मौका मिला है। अयोध्या में पहली बार, उन्होंने केसरी नंदन हनुमानजी के लिए पीतल की गदा बनाई है, जो पूरी मिठाई से सजीव है। इस गदा को सजाने के लिए मेवा, डायफ्रुट, केसर, और सोने की परत का उपयोग किया गया है। यह गदा ब्रिजरसायनम आगरा के MD, राजेंद्र गुप्ता, और मैं स्वतः बेटे तुषार ने मिलकर बनाई है। प्राण प्रतिष्ठापन दिवस पर इस गदा की  पूजा होगी, और इस पर लगाई गई मिठाईयाँ प्रसाद के रूप में वहां के निमंत्रित लोगों के साथ साझा की जाएंगी, फिर इस गदा को केसरी नंदन हनुमानजी के लिए अर्पित किया जाएगा।

अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक के ऐतिहासिक दिन को चिह्नित करने के लिए, तिरुमाला भगवान वेंकटेश्वर मंदिर की देखभाल करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने घोषणा की है कि वे भक्तों को एक लाख लड्डू वितरित करेंगे। यह राम मंदिर के उद्घाटन से एक दिन पहले, 21 जनवरी 2024 को होगा। तिरुमाला मंदिर में वितरित प्रत्येक लड्डू का वज़न लगभग 170 ग्राम है। कथित तौर पर, ए.वी. टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी धर्मा रेड्डी ने कहा है कि यह सद्भावना का संकेत है।

मधुरिमा स्वीट्स, से सृजल जी ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा है कि जिस दिन से पहली पवित्र ईंट से अयोध्या की शोभा बढ़ी, उसी दिन से मधुरिमा स्वीट्स परिवार ने भक्ति की विरासत का संकल्प लिया है। प्रत्येक वर्ष, वर्ष के पहले दिन, हम विनम्रतापूर्वक भगवान श्री राम को छप्पन भोग चढ़ाते हैं। आज, वह पवित्र परंपरा एक बार फिर प्रकट हुई है, जब प्राण प्रतिष्ठापन के दिवस पर श्री राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने 56 भोग के रूप में मिठास से भरी थाली उसी श्रद्धा और समर्पण भाव से रामलल्ला को दिखाई और हमें इस शुभ अवसर का जश्न मनाने के लिए अपने साथ शामिल किया। वह क्षण हमारे लिए कृतार्थ भरा था।

वही मधुरिमा स्वीट्स द्वारा दिखाई गई इस 56 भोग की थाली बनाने का सौभाग्य प्राप्त होने पर स्वानी इंटरप्राइजेज के अतिरेक मितल भी अपने आप को सौभाग्यशाली मानते हैं। इस बड़े अभियान में भगवान श्री राम को भोग दिखायी जाने वाले थाली में रखी गई ५६ तरह की कटोरिया पूरी तरह ब्रास से बनी हुई हैं और उस पर ५ माइक्रोन चांदी की परत दी गई हैं। इसी तरह, श्री राम के इस महोत्सव में, फूल के पंखुड़ी के रूप में, हमें अवसर मिला है सही रूप से योगदान करने का।

वही राम प्राण प्रतिष्ठा पर आंमत्रित मान्यवरों के लिए राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा 15,000 प्रसादम बॉक्स का निर्माण किया गया जिसे लखनऊ के छप्पन भोग ने तैयार किया । ट्रस्ट के कहने पर इन डिब्बों को तैयार किया गया जिसे छप्पन भोग ने ऑर्डर मिलने के बाद अपनी तरफ से समर्पित किया। 15 हज़ार डिब्बे दो खेपों में अयोध्या के कारसेवकपुरम में रवाना किए गए। छप्पन भोग के रविंद्र गुप्ता ने बताया कि राम मंदिर के प्रसाद बनाने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात है। इसे पूरी शुद्धता से तैयार किया गया है। प्राण प्रतिष्ठा में आए मेहमानों को मिले हुए छप्पन भोग के अयोध्या गुडी बॉक्स में घी मावा के लड्डू, गुड़ रेवड़ी, रामदाना चिक्की, अक्षत, रोली, तुलसी दल, एक राम दिया और मीठी इलायची के बीज शामिल थे। इस प्रसाद को अपनी तरफ से समर्पित करते हुए छप्पन भोग लखनऊ ने अपना योगदान दिया।

सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि विदेश से भी इस उत्सव का हिस्सा बनने के लिए, अपनी उपस्थिति दिखाने के लिए लोगों ने भक्ति से अपने उपहार भेजे हैं। अगर सबका उल्लेख करने जाएँ तो एक बहुत ही बड़ा लेख हो जाएगा, इसलिए मिठाई के रूप में आनेवाले उपहारों के बारे में ही लेख में लिखा गया है।

नागपुर का प्रतिनिधित्व करते हुए इस अभियान में शुरू से जुड़े हुए कारसेवक के रूप में कार्य करनेवाले शेफ विष्णु मनोहर, अभिषेक हेतु पानी, घी, रवा, सूखे मेवे, चीनी, इलायची पाउडर और दूध का उपयोग करते हुए 7000 किलोग्राम का राम हलवा बनाएंगे, जो अभिषेक के बाद हर भक्तगण में बाँटा जाएगा। इस प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाली सामग्री विशाल रूप में होगी, जिससे एक और विश्व रिकॉर्ड बनेगा।


राम मंदिर उद्घाटन का रंग भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में भी देखने को मिला। वनवास के दौरान भगवान श्री राम जहां पर आए थे, वहां 22 जनवरी को 51 किलो की अगरबत्ती जलाई गई और इतना ही नहीं, महाकालेश्वर मंदिर समिति की तरफ से 5 लाख लड्डुओं को प्रसाद के रूप में अयोध्या भी भेजा गया।

इसके अलावा, जो लोग प्रत्यक्ष रूप से समारोह में शामिल न हो सके, ऐसे मिठाई निर्माताओं ने इस सुनहरी अवसर को अपने नगरवासियों और देशवासियों के साथ बांटने के लिए बड़ी कल्पनाएं बनाईं। इस विषय पर बातचीत करते समय, हमने पुणे से “दादू’स स्वीट्स Emporio” के रुशील दादू से बात की, तो उन्होंने बताया कि “दादू’स स्वीट्स Emporio” ने राम मंदिर के आदर्श स्वागत के लिए एक विशेष मिठाई बॉक्स पेश किया है, जिसमें चार पवित्र मिठाईयाँ हैं। यह मिठाईयाँ रामायण के मुख्य पात्रों के विशेष गुणों को ध्यान में रखते हुए और उनके गुणविशेष सामग्री के साथ पूरी शुद्धता से बनाई गईं हैं, ताकि इस अवसर पर हर भारतीय इनका आनंद ले सकें।

इस में राम पेडा, जानकी भोग, लक्ष्मण जी पंजीरी, और हनुमान जी बूंदी सेव शामिल हैं, जो विभिन्न रसों की एक समृद्धि हैं।

राम पेडा: भगवान राम की शुद्धता और भक्ति को दर्शाने वाला मिठाई, जो शुद्ध दूध, तुलसी, केसर, गुलाब, और गुड़ से बनाया गया है।

जानकी भोग: पृथ्वी से जुड़ी जानकी माता को समर्पित है और इस में रागी, बाजरा, और ज्वार के पृथ्वीय अनाज हैं।

लक्ष्मण जी पंजीरी: लक्ष्मण जी के भक्ति, निःस्वार्थ, वफादारी, धर्म, साहस, विनम्रता, और संरक्षण के गुणों को दर्शाता है।

हनुमान जी बूंदी सेव: हनुमान जी के लिए सिंघाड़े का उपयोग करके बनाया गया है और यह एक विशेष रूप से प्रस्तुत परंपरागत प्रसाद है।

इन मिठाईयों के साथ, “Dadu’s Sweets Emporio” ने प्राचीन शास्त्रों और परंपराओं के साथ खूबसूरती से मिश्रित एक बॉक्स प्रस्तुत किया है, जो आपको धार्मिक महत्वपूर्णता और परंपरागत स्वाद का अनुभव कराता है।

वहीं, गुजरात के भावनगर स्थित दास पेंडावाला के बैजू मेहता जी ने अपनी भावना को दर्शाते हुए कहा, “इस मंगल क्षण में हमारे हर नगरवासी अपने और अपने परिवार का मुँह मीठा कर सकें, इसलिए हमनें  राम पेडा का निर्माण किया जिस पर श्री राम का नाम लिखा हुआ है। 21 और 22 जनवरी, दो ऐसे दिन हमनें राम पेडा बनाया, जो सामान्य दिनों में यहाँ 640 रुपये प्रति किलो मिलता है, हमनें उसको मात्र 108 रुपये में आधा किलो उपलब्ध करवाया, जो हमारे मूल्य भाव से भी कम है, और इस अवसर पर यहाँ के नगरवासियों ने काफी अच्छा प्रतिसाद दिया। इसी प्रकार की उपलब्धि हमनें श्री राम मंदिर के पहले शिलान्यास समारोह पर भी प्राप्त की थी, उस समय भी लोगों ने इसे भारी मात्रा में स्वीकार किया था। यहाँ एक विशेष बात है कि हमनें जो मूल्य अपनी मिठाई के लिए रखे हैं, उसका मूलांक (radix number) 9 है, और आध्यात्मिक दृष्टि से इसे टटोलने पर पता चलता है कि रामजी और 9 अंक का जुड़ाव शुभ है, जैसा कि रामजी का जन्मदिन रामनवमी के रूप में जाना जाता है।

मुंबई में ऐसी ही ऑफर प्रशांत कार्नर के प्रशांत सकपाल जी ने अपने ठाणे के आउटलेट पर उपलब्ध करवायी थी। जब हमने उनसे इस विषय पर बात की तो उन्होंने कहा की इस प्रशांत कार्नर अपने इसी अनोखे अंदाज़ के लिए जाना जाता है। कोई भी अवसर हो, उस अवसर पर हमारी मिठाईयाँ आम जनता को हम किफ़ायती दाम पर उपलब्ध हो सके इसका ख़ास ख़याल हैं और इस बार का अवसर तो मानों सुवर्ण अक्षर से नमूद करनेवाला है। हर कोई तो इस सुवर्ण क्षण का साक्षी होने के लिए अयोध्या नहीं जा सकता, इसलिए हमनें हमारे सारे आउटलेट पर श्री राम जी के बड़े कटआउट लगाए हैं और किफ़ायती दाम पर जनमानस के लिए हमारी मिठाईयाँ उपलब्ध करवाई हैं । जो पेडा हम 800 रुपये किलो से बेचते थे उसे 600 रुपये किलो दाम पर रखा है और जो हमारी स्पेशल काजु कतली है उसे भी हमने न नफ़ा न नुकसान इस तत्त्व पर 750 रुपये प्रति किलो रखी है जो सामान्य दिवस पर आपको 1200 रुपये प्रति किलो मिलेगी। मेरी तरफ से यह योगदान अपने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर दे सका हूँ। 

गौरव स्वीट्स, ड्राईफ्रूट्स और नमकीन जिनके पुरे मुंबई में आउटलेट हैं, उन्होंने भी इस पावन दिवस पर देसी घी के मोतीचूर लड्डू और कंदी पेडा को 1 किलो की ख़रीदारी पर 1 किलो मुफ़्त जैसी ऑफर दी थी। जिसकी जानकारी हमें उनके इंस्टाग्राम हैंडल से मिली।

तो यह था सारांश मिठाई और नमकीन इंडस्ट्री का जो राष्ट, धर्म और आस्था के प्रति अपनी सच्ची भांवनाओं को दर्शाता है। व्यापार में जब सजगता, राष्ट्रप्रेम, सद्भावना और प्रेम होता है, तो यह देश के लिए सकारात्मक चित्र बनाता है। इस शुभ अवसर पर देशभक्ति और सामाजिक समर्पण के माध्यम से मिठाई उद्योग ने भगवान राम के भक्तगण को आनंदित किया है। इससे स्पष्ट है कि उन्होंने इस आनंदमय समय को सही तरह से मनाने के लिए अपना पूरा समर्पण और योगदान दिया है।

इस कहानी का निकर्ष यहीं हैं की हर कोई वो गिलहरी का प्रतिक बन गया था जिसने रामसेतु निर्माण में अपने क्षमतानुसार अपना योगदान दिया था। मिठाई एंड नमकीन टाईम्स इन सारे उद्यमियों के इस समर्पण भाव, जज़्बे को सादर नमन करते हुए उनके इस योगदान की प्रशंसा करती है।

Authored by Ms. Hema Japtap

The views expressed here are by the interviewees, MNT has drafted accordingly.